Matlabi Dost Shayari Status |100+ मतलबी दोस्त स्टेटस हिंदी में (2023)Matlabi Dost Status | 100+ मतलबी दोस्त status Mast shayari in hindi
New Matlabi Dost Shayari
मतलबी दोस्तों की यहीं कहानी है,
चापलूसी करना उनकी निशानी है।
कुछ की फितरत और कुछ की Shorts होती है,
कुछ भी हो मतलबी होना ही गलत होता है।
बहुत मतलबी निकला ए-दिल तू मेरा होकर भी
धड़कता तो तू मेरे सीने में है पर किसी और का होकर।
Matlabi Dost Shayari, Status & SMS
जब मतलबी दोस्त दिल से उतर जाते है,
तो कई सपने टूट कर बिखर जाते है।
बुरा वक़्त आया तो कमियां गिना रहे हैं,
मेरे दोस्त अब मुझे दोस्ती का मतलब समझा रहे हैं।
कॉलेज मे आने के बाद पता चला
कल तक जो स्कूल में जिगरी यार थे,
आज मतलबी लोग बन गए..!
जो तुमसे प्यार करेगा वो तुम पर गुस्सा भी
करेगा मतलबी लोग अक्सर चापलूसी
किया करते है !!
असली लोग कभी नकली नहीं होते
और नकली लोग कभी असली नहीं होते।
दोस्त बना कर वो खेल रचा रहा था,
मेरी मोहब्बत को मुझसे छीन कर अपनी बना रहा था!
दोस्ती नाम को भी वो कलंक लगा रहा था,
मै उस बेवफा दोस्त के धोखे में आ रहा था !!
Matlabi Yar Per Shayari In Hindi
अपने दुश्मन से तो जरूर बचो
पर उस दोस्त से भी बचो
जो तुम्हारे सामने तुम्हारी तारीफ़
और तुम्हारी पीठ पीछे तुम्हारी बुराई करे !!
दोस्ती पर ऐतबार करने का दौर
अब गुजर गया
अब हर कोई बेवक्त बदलने का
हुनर सीख गया !!
अरे मोहोब्बत तो दूर की बात है,
अब तो किसी की दोस्ती भी नहीं चाहिए !!
Dosti Mat Karna Shayari
जिन्दगी जीने का कुछ ऐसा अंदाज रखो
मतलबी दोस्तो को नजर अंदाज रखो !!
दोस्ती में हम दोनों ही कमाल कर रहे थे,
हम दोस्ती के नाते उनकी हर मदद कर रहे थे।
पर हमें यह ना पता चल पाया की वह दोस्ती के नाम पर,
हमारा ही इस्तेमाल कर रहे थे।
तेरी रुस्वाई से मुझे एक सबक मिला है,
दुश्मन भी इतना नहीं करता जितना,
तूने दोस्त बनके किया है।
विश्वास करें भी तो किसपे,
अब तो दोस्त भी मतलबी होने लगे हैं।
जिस दोस्त पर भरोसा किया अगर वो ही धोखा दे दे,
तो सारी दुनिया मतलबी लगने लग जाती है।
दोस्त बनना तो दूसरों की मदद पूरी करने को,
अगर अपना मतलब पूरा करना हो
तो धंधा करना दोस्ती मत करना।
Matlabi Dost Shayari 2 line (मतलबी दोस्ती शायरी दो लाइन )
जब दोस्ती के बीच मतलब आ जाता है तो,
हर मुलाक़ात में कोई न कोई मक़सद आ जाता है।
दोस्त कितने हैं इससे फर्क नहीं पड़ता,
जरूरी यह है कि काम कितने आते हैं।
सच्चा दोस्त उसे कहते हैं जो
किसी की नजरों में ना गिरने दे,
ना किसी के कदमों में गिरने दे और
ना किसी के नजरों में गिरने दे।
मतलब का सिक्का अब इस तरह चलता है,
अब दोस्त से दोस्त नहीं मिलते मतलब से मतलब मिलता है।
सच्चे दोसतों की एक निशानी होती है,
वो मिलने के लिए वक़्त और मतलब नहीं ढूंढते।
पहले शाम निकलती थी साथ बैठ कर,
अब काम निकलते हैं साथ बैठ कर।
शायरी नही आती मुझे बस अपना
हाले दिल सुना रहा हूँ,
मतलबी होने का इल्जाम मैं खुद पर ही गुनगुना रहा हूँ।
मुझे धोखा देने वाले ने मुझे ही धोखेबाज बना दिया,
खफा नही हूँ मैं उससे,
बस मतलबी कहलाने के इस दाग से
उसका दामन बचा रहा हूँ !
वह आखरी वक्त तक कहता रहा तू मेरा भाई है,
वो साफ़ लफ्जो में खुद को धोखेबाज भी ना कह सका !
जहाँ कोई खास होता हैं वही विश्वास होता हैं,
और जहाँ विश्वास होता हैं वहीं विश्वासघात होता हैं!!
Matlabi Dost Shayari photo (मतलबी दोस्ती शायरी फोटो)
चेहरे दो थे मेरे उस दोस्त के पास
एक मतलब से पहले देखा था, और
एक मतलब पूरा होने के बाद देखा है।
अपने दुश्मन से तो जरूर बचो,
पर उस दोस्त से भी बचो…
जो तुम्हारे सामने तुम्हारी तारीफ़
और तुम्हारी पीठ पीछे तुम्हारी बुराई करे !
मैं सूरज के साथ रहकर भी भूला नहीं अदब
लोग जुगनू का साथ पाकर मगरूर हो गये
दोस्ती तो सब करते है लेकिन कोई दिल
से निभाता है तो कोई दिमाग से खेलता है…
जिसपर भरोसा होता है जब वहीं धोखा देता है,
तो पूरी दुनिया मतलबी लगने लगती है!
मतलबी दोस्त की एक पहचान
होती है वह आपसे मतलब आने
से पहले नहीं मिलेगा और ना ही
मतलब पूरा होने के बाद मिलेगा।
इस मतलबी दुनिया में दोस्ती सिर्फ इक
दिखावा है, तुझे भी धोखा मिलेगा,
ये मेरा दावा है!
ये उनकी दोस्ती का नया दौर है,
जहां कल हम थे आज कोई और है!
हमें जरुरत नहीं है किसी को बेनकाब करने की,
वक़्त आने पर धोखेबाज़ खुद ही बेनकाब हो जाते है…
Matalbi dost Shayari in Hindi Me
कोई किसी का खास नहीं होता
लोग तभी याद करते हैं
जब उनका टाइमपास नहीं होता
मतलबी दुनिया का किस्सा बड़ा पुराना हैं,
यह हर शख्स खूबसूरत चीजों के पीछे दीवाना है।
दिल-ए-मासुम ऐतबार कर लेता है थोडा प्यार पा कर,
तोड देती है दिल मेरा दुनिया मतलब निकाल कर।
ये दिन है के यारों का भी भरोसा नहीं वोदिन
थे के जब दुसमन से भी नफरत ना थी!
यहाँ पर हर बन्दामतलब की हद तक साथ Dogs
हैमतलब ख़तम राब्ता ख़तमयह है दुनियां का रसम
बिखर के टूट जाते है सपने सारे,
जब मतलबी दोस्त दिल से उतर जाते है ।।
पूछा जब इस ज़माने ने
मुझसे ये दोस्ती कब तक चलेगी,
मैंने कहा बस मतलब तक चलेगी ।।।
तुज पर खर्चा करने को बहुत कुछ तो ना था,
मेरे पास बस एक सच्ची दोस्ती के सिवा,
उसे भी तूने मतलब के पैसे मैं तोल दिया ।।
वक्त कहाँ है किसी के पास,
जब तक कोई मतलब न हो खास !
जैसी तुम हो वैसी ही दुनिया है,
मतलबी तुम हो मतलबी दुनिया है !
matlabi dost shayari text
कभी आकर देखना मेरे
दिल में कि कितनी फ़ुर्सत से पलटा
मेरी किस्मत का सितारा मेरे दोस्तो उसने
भी छोड़ दिया और अपनों ने भी।
लोग ख़ुद पर विश्वास खोने लगे है,
अब तो दोस्त भी मतलबी होने लगे है।
जो सच और कड़वा बोलता है,
वो मतलबी और धोखेबाज नहीं होता है।
मेरे बुरे वक्त में मेरी कमियाँ गिनाने लगे है,
मतलबी दोस्त दोस्ती का मतलब समझाने लगे है।
कोई तुम सा भी काश तुम,
को मिले मुद्दआ हम को इंतिक़ाम से है।
मैं भी अब मीठा झूठ बोलने का
हुनर कड़वे सच ने हमसे ना जाने
कितने अज़ीज़ छीन लिए।
मैं तुम पर हर बार भरोसा करता हूँ,
इतना सच्चा झूठ तुम्हारा होता है।
शायद मैं गुलों पे ऐतबार भी
कर लूं मगर भंवरे यहां धोखेबाज़ बहुत हैं।
किसको सुनाएं नादानियों के
किस्से सब लोग यहाँ उम्रदराज़ बहुत हैं!
हर लड़की मतलबी नहीं होती छोड़
कर जाने वाली कुछ मजबूरिया होती है
उनकी जिनसे अंदर अंदर घुटती रहती है वो।
बुरे वक्त की सबसे अच्छी बात यह है,
कि जब ये आता है तब मतलबी दोस्त दूर हो जाते है।
Matalbi Dost Shayari SMS
मतलबी दुनिया में दोस्ती सिर्फ इक
दिखावा है तुझे भी धोखा मिलेगा ये मेरा दावा है।
मतलबी दुनिया के लोग खड़े है
हाथों में पत्थर लेकर मैं कहाँ तक भागूँ
शीशे का मुकद्दर लेकर।
प्यासी ये निगाहें तरसती रहती है,
तेरी याद मे अक़्सर बरसती रहती है।
हम तेरे खयालों मे डूबे रहते है और,
ये ज़ालिम दुनियां हम पर हंसती रहती है।
एक दूसरे का कभी साथ नहीं
छोड़ेंगे यह कहते थे वो दोस्त,
आज पता चला कि सब के
सब झूठ कहते थे वो दोस्त।
असली लोग कभी नकली नहीं होते,
और नकली लोग कभी असली नहीं होते।
वो दौर गया जब बेमतलब मिल लिया करते थे,
अब तो दोस्त भी घर पर पॉलिसी बेचने आया करते हैं।
इतनी नफरत तो मेरे दुश्मन भी मेरे लिए नहीं रखते है,
जितनी मेरे दोस्त दिलों में नफरत लिए सादगी से मिलते हैं।
मेरी आँखों में तुम पढ़ना,
लफ्ज़ मतलबी होते है अक्सर।
बिछड़ गए जो पहले ही अब क्यों मिल रहे वो
सूख गए जो पौधे भी क्यों बन कर फूल खिल रहे वो!
दोस्तों को,दोस्ती के नाम पर सब कह जाओगे
समझ ना सकोगे उनकी चतुराई को
इस ज़माने में भी नासमझ रह जाओगे
पुराने साथ में कुछ नए रिश्ते जोड़ेंगे,
किसी के भरोसे को मजे के नाम पर तोड़ेंगे!
और लगता है उन्हें हम रह नहीं सकते बात किए बिना
उफ्फ इतनी ग़लतफहमी पाल रखी है बात कन्फर्म किए बिना
दोस्ती में होते रहते हैं नये-नये एहसास
फर्क नहीं पड़ता हमें भी कुछ खास!
जो हुआ था एक बार उसका
कोई मुकाम नहींदिल में बसने वाले का
जुबां पर अब नाम नहीं- पूजा लोधी
दोस्तों के साथ हम खुश रहा करते थे,
मोहब्बत से पहले दोस्तों को वक़्त दिया करते थे,
उन दोस्तों के साथ हम हर रोज़ पिया करते थे,
आखिर बेवफा निकले दोस्त जिनके लिए हम जिया करते थे।अल्फाज में दर्द यूं ही
नहीं कोई लिखता
उसके पीछे कोई
गहरा घाव है छिपता..!
इस झूठी और मतलबी दुनियां
मे मन नही लगता ए खुदा मुझे
उनकी बाहो का दीदार करा दे !
आईने भी तुम्हे तुम्हारी खबर ना दे
सकेगे आओ देखो मेरी निगाहूँ मे
कितने हसीन हो तुम !
ढूॅढना ही है तो परवाह करने
वालो को ढॅूढ़ीये साहेब
इस्तेमाल करने वाले तो
ख़द ही आपको ढॅूढ़ लेगे !
मै मतलबी नही जो साथ
रहने वालो को धोखा दे दू
बस मुझे समझना हर
किसी के बस की बात नही !
मेरे दिल से ज्यादा मतलबी
और कौन होगा जो बिना मतलब
के भी बस तुझ से ही प्यार करता है!
न जाने कैसी नज़र लगी है ज़माने की
अब वजह नही मिलती मुस्कुराने की !
Matlabi Dost Shayari In English and Hindi
उनका मतलबी होना भी पसंद है हमें,
मतलब से ही सही याद तो करते हैं हमें।
unka matlabi hona bhi pasand ha
humein matlab se hi sahi yad to
karte hai humein.
सब मतलब की यारी है,यही
दुनिया की सबसे बड़ी बीमारी है।
Sab matlab ki yari hai yahi
duniya ki sabse badi bimari ha.
सुनो कितना अच्छा होता जो तुम
मतलबी होते और तुम्हें सिर्फ मुझ
से ही मतलब होता।।
suno kitna achha hota jo tum
matlabi hote aur tumhein sirf
mujhse hi matlab hota.
दुआ करों की मेरी जिंदगी में भी
ये मुकाम आये वो मतलबी दुआ करे
मगर उस दुआ में भी मेरा नाम आये।
dua karo ki meri zindagi me bhi
ye mukam aaye wo matlabi dua
kare magar us dua me bhi mera
naam aaye.
घड़ा भी पहले अपनी प्यास बुझाता है,
कौन है यहां जो मतलबी नही है।
ghada bhi pehle apni pyas bujhata ha
kon hai yahan jo matlabi nahi hai.
मतलबी दुनिया में लोग अफसोस
से कहते है की, कोई किसी का नही,
लेकीन कोई यह नहीं सोचता की
हम किसके हुए.
matlabi duniya me log afsos
se kehte ha ki koi kisi ka nahi
lekin koi yah nahi sochta
ki hum kiske huye.
अभी मतलबी होने ही जा रहे थें, के
तभी मेरी बदनसीबी मुझे याद आ गयी।
abhi matlabi hone hi ja rahe the
ke tabhi meri badnasibi mujhe
yad aa gayi.
उन मतलबी लोगो की तरहा ना बन जिनको
अपने
लिए सबको अपना अपना कहना पड़ता है।
un matlabi logon ki tarha naa ban jinko
apne liye sabko apna apna kehna padta ha.
रिश्ता कुछ ऐसा होना चाहिए की लड़ाई जब
दो में हो तो तीसरे को पता नहीं चलना चाहिए।
rishta kuch esa hona chahiye
ki ladai jab do me ho to tisre
ko pata nahi chalna chahiye.
मतलबी दुनिया में लोग खड़े हैं,
हातो में पत्थर लेकर
मैं कहां तक भागू शीशे का मुकद्दर लेकर!
matlabi duniya me log khade hai hanto
me pattar lekar me kahan tak bhagun
shishe ka mukaddar lekar.
मतलबी लोगो की मीठी बातें ओह ये तो सिर्फ
एक दिखावा है चाहे आप भी उन्हें आजमालो
आपको भी धोखा मिलेगा ये मेरा दावा है।
matlabi logo ki mithi batein Ooh
ye to sirf ek dikhawa hai chahe
aap bhi unhe aaj aajmalo apko
bhi dhokha milega ye mera dawa hai.
Matlabi Dost Shayari photo gallery
अच्छे दोस्त वो होते हैं जो
आपकी मदद लेने के बाद आपको शुक्रिया
कहने ज़रूर आते हैं,
और मतलबी दोस्त वो होते हैं जो
मतलब पूरा होने के बाद फिर
कभी नज़र नहीं आते हैं।
दोस्ती में दग़ाबाज़ी आम हो गई है,
मानो दोस्ती का नाम ही सिर्फ दगाबाजी हो गयी हैं।
मतलबी दोस्त का इम्तेहान कभी दिमाग से लेना
आपसे हर बार मदद मांगने वाले से..
एक बार आप भी मदद मांग लेना..
काम पड़े तो फिर याद कर लेना मुझे,
मैं तुम्हारी तरह मतलब का यार नहीं हूँ।
एक मतलबी दोस्त हमेशा आपके
अच्छे वक़्त पर आपके साथ बैठेगा,
और एक सच्चा दोस्त बुरे वक़्त की बरसात,
में आपके साथ खड़ा रहेगा।
दोस्ती और भाईचारे वाली बातें अब
हज़म नहीं होती,
क्यूंकि दो दोस्तों की बात ही तब होती है
जब उन्हें ज़रुरत पड़ती है।
किस काम से आना हुआ ये सवाल
इस दुनिया में मतलबी दोस्तों की वजह से आया है।
एक इंसान को मतलबी बनाने में
सबसे बड़ा हाथ एक मतलबी दोस्त का होता है।
आज कल हर कोई अपने
काम से काम रखता है क्यूंकि,
हर कोई उन्हें बस काम से याद करता है।
जिन्हे समझ रहा था अपना सच्चा साझेदार मेँ,
वो वक्त के चलते छोड़ कर चले गए
मुझे मुसीबतों के आने पे..
दोस्ती अचानक हो जाती है
और टूट भी अचानक जाती है,
आज कल मतलब आने पर दोस्त बन
जाएंगे और बेवजह ही हो जाएंगे नाराज़ कल।
अगर कभी मतलबी लफ्ज़ का ज़िक्र आएगा तो,
तेरे नाम का ज़िक्र ज़रूर आएगा मेरे दोस्त।
हर मुलाक़ात का यहाँ कुछ मक़सद होता हैं,
लोग बैठते वक़्त भी सुकून नहीं मतलब ढूंढते हैं।
ना जाने अब क्या होगा ज़माने का,
दोस्त का मक़सद मतलब होता है घर आने का।
ना जाने कितने बेवकूफ हैं वो लोग,
जो दो कोड़ी के मतलब पूरे होते ही,
करोड़ों की दोस्ती अधूरी छोड़ जाते हैं,
आज कल आप किसी को अपना दोस्त
नहीं कह सकते, क्यूंकि सब सबके दोस्त हैं।
क़ाबिलियत तारीफ है वो दोस्ती जो
अपनी दोस्ती के बीच मेँ कभी तपने
मतलब बीच मेँ नहीं लाते हैं।
मेरा बुरा वक़्त क्या आया मतलबी दोस्तों ने,
मुझे अपना असली चेहरा दिखाया…
काम के वक्त सिर्फ आपको ही याद करना,
यह मतलबी दोस्त की असल पहचान है,
यह जमाना अब मतलबी हो गया हैं
वफादार दोस्तों का मिलना…
अब बहुत मुश्किल हो गया हैं।
मतलब के यार बहुत है मेरे पास,
नअगर कोई सच्चे दिल से दोस्ती,
निभा सकता है तो बताये….
जरुरत के वक्त मुझे याद कर लेते थे मेरे दोस्त,
और जब मुझे जरुरत होती थी तो
कोई ना कोई बहाना बना लेते थे मेरे दोस्त।
दोस्ती यारी पर से तो अब विश्वाश उठ गया हैं
क्योंकि मैंने भी मतलबी दोस्तों का
असल चेहरा देख लिया है।
हमारी किस्मत भी बड़ी अजीब है,
दोस्ती हमेशा मतलबी लोगो से ही कराती है।
अगर मतलब ही पूरा करना था
तो पहले ही बता देता, कम से कम लोगो की ढिंढोरा तो नहीं पीटता में की मेरा दोस्त औरो की तरह मतलबी नहीं।
जब दुःख के बादल जिंदगी में आये तो पता चला
की कौन दोस्त सच्चा हैं और कौन दोस्त मतलबी।
लोग प्यार का बहाना बनाकर अपना मतलब
पूरा करते हैं यह तो पता था मुझे!
लेकिन लोग सच्ची दोस्ती का बहाना बनाकर भी अपना मतलब पूरा करते है यह मेरे दोस्त ने आज मुझे बता दिया।
विश्वास करें भी तो किसपे,
अब तो दोस्त भी मतलबी होने लगे हैं।
दोस्त ढूंढ़ने हैं तो सच्चे दोस्त ढूंढो,
मतलबी दोस्त तो तुम्हे अपने आप ही ढून्ढ लेते हैं।
वक़्त के साथ लोग बदल रहे हैं,
अब तो दोस्त भी मतलबी हो रहे हैं।
मेरे कम दोस्त होने की वजह ये भी है के मुझे
मतलबी दोस्तों से नाता तोड़ने में वक़्त नहीं लगता।
उन दुश्मनो से डरने की जरूरत नहीं
जो आप पर वार करते हैं,
बल्कि उन मतलबी दोस्तों से
बचो जो आपके गले लगते हैं।
लोग ख़ुद पर विश्वास खोने लगे है,
अब तो दोस्त भी मतलबी होने लगे है!
जो सच और कड़वा बोलता है,
वो मतलबी और धोखेबाज नहीं होता है!
मेरे बुरे वक्त में मेरी कमियाँ गिनाने लगे है,
मतलबी दोस्त, दोस्ती का मतलब समझाने लगे है!
मतलबी दोस्तों की यहीं कहानी है,
चापलूसी करना उनकी निशानी है!