Adhark Wali Chai Shayari (अदरक वाली चाय शायरी) #Dosti Chai Shayari In Hindi #चाय पर 2 लाइन शायरी (Chai Per 2 Line Shayari)
Chai Shayari in Hindi :- आज की पोस्ट में हम चाय पर कुछ बेहतरीन शायरियो का संग्रह लेकर आये है। Chai ek ऐसा शब्द है। जिससे सुनते ही आधी से ज्यादा टेंशन चेली जाति है। और अगर चाय की एक चुस्की लगाई जाती है। तो सारी टेंशन चेली जाति है। आज हमारी पोस्ट में हम chai shayari की बात करेगे तो चलिए दोस्तो chai shayari in Hindi की इस पोस्ट का आनंद लेते हैं।
Adhark Wali Chai Shayari (अदरक वाली चाय शायरी)
किसको बोलूँ Hello और किसको बोलू हाय,
हर टेंशन की एक ही दवा है Adarak वाली चाय।
Dil मिले या ना मिले हाथ जरूर मिलाते है,
दुश्मनों को भी Adarak वाली चाय पिलाते है।
कुछ इस तरह से मेरी ज़िन्दगी में उसका राज है,
जैसे चाय की चुस्की में अदरक का स्वाद है।
हर Ladki को दिल बोले हेल्लो-हाय, टेंशन में अक्सर पीता हूँ Adarak वाली चाय।
सांवला है रंग थोड़ा कड़क मिजाज है,
सुनो तुम पसंद हो मुझे,
तुम्हारा चाय जैसा स्वाद है।
मिलों कभी चाय पर फिर कोई किस्से बुनेंगे,
तुम खामोशी से कहना हम चुपके से सुनेंगे !
तो सिर्फ दवा है साहब,
दर्द तो कुछ और ही है !
ये गरम चाय तो यूं ही बदनाम है,
कलेजा तो आपकी बेरुखी से जलता है !
रिश्तों में मिठास आखिर क्यूं न हो,
आपके महबूब को चाय जो पसंद है !
मेने खूबसूरत लोगों को सावंली चाय पे मरते देखा है
शायद इसलिए इश्क़ नाम रख दिया लोगों ने चाय का।
बातें काम हो तो चलता है मगर चाय का काम होना बुरा लगता है बस।
Dosti Chai Shayari In Hindi
चाय जैसा किरदार है मेरा,
किसी को हद से ज्यादा पसंद हूँ
तो किसी को नाम से भी नफरत है।
तलब लगी है तुम्हारे साथ चाय पीने की,
तुम चाय को देखना हम तुम्हें देखेंगे।
जनत का एक लमहा जीकर आया हूँ,
मैं उसकी झूठी चाय पीकर आया हूँ,
चसका जो लग जाये एक बार तो हर दफा कम आएगी,
चाय ह यारो महोबत नहीं जो बेवफा हो जाएगी.,
हलके में मत लेना तुम सवाले रंग को मेने,
दूध से जयादा चाय के दीवाने देखे है…
अक्सर में तेरे प्यार के नगमे गुनगुनाता हूँ, होठ मुस्कुराते है जब में चाय का कप उठाता हूँ.,
चाय पर 2 लाइन शायरी (Chai Per 2 Line Shayari)
कुछ खास जादू नही हमारे पास,
बस चाय बहुत दिल से बनाते हैं।
लोगों को मिलता होगा सुकून इश्क में,
हमें सुबह साम बिना चाय के चैन नहीं मिलता।
जितने ज्यादा जिंदगी में गम,
उतनी ही चाय पीते हैं हम।
मुझे रोकने का कोई बहाना बना लेना,
मैं जाने की ज़िद करू तो चाय बना लेना।
फासलों की मजबूरियां है वरना,
बिन आप के चाय भी कहाँ भाती हैं।
तुम्हें क्या लगा तेरे गम में जी रहे, अरे…
हम तो चाय पी रहे हैं।
आंखे लटकी हुई है सूली पर,
जब से तुमने कहा चाय ला रही हूँ।
ख़्वाब में कई बार तुम्हें,
अपने लिए चाय लाते देखा हैं।
सुना हैसर्दियो में चाय पिलाना ब ड़े पुण्य का काम होता हैं?
कौन कौन पुण्य करेगा आज?
कुल्हड चाय पर शायरी (kulhad chai per shayari)
जिसका हक है उसी का रहेगा मोहब्बत कोई चाय नहीं जो सब को पिला दें
दोबारा गर्म की हुई चाय और समझौता किया हुआ रिश्ता दोनों में पहले जैसी मिठास कभी नही आती।
ख़बर तब फैली मोहल्ले में तेरे-मेरे इश्क़ की जब मेरे चाय के कप पर तेरे होंठों के निशान मिले।
शिकायतें वहां होती हैं,
जहाँ हिसाब होते हैं,
चाय तो मोहब्बत है,
जिसका प्यार बेहिसाब है।
हर कोई आगे बढ़ गया मेरी दुनिया से बस चाय और मै पीछे रह गए
हाथ में चाय हो यादो में आप हो,
फिर उस खुशनुमा सुबह की,
क्या बात हो
एक कप चाय दो दिलों को मिला देती है, एक कप चाय दिन भर की थकान मिटा देती है।
Dosti Chai Shayari ( दोस्ती पर चाय शायरी)
मन के Thakan को दूर करती है चाय, स्वाद बढ़ जाएँ अगर Aapke हाथो से मिल जाएँ
मिलों कभी Chai पर फिर कोई किस्से बुनेंगे,
तुम Khamoshi से कहना,
हम चुपके से सुनेंगे
हमारे गुलाबी होंठ और चाय की Pyali उफ़्फ़ Ye ख्वाहिशें मेरी मोहब्बत वाली
ख़त्म होने दो Bandishen सभी,
सब मिलेंगे Pyar चाय पर कभी।
जब सुबह-सुबह तेरे प्यार के नग्में को Gungunata हूँ,
लब Muskurate है जब चाय का कप उठाता हूँ।
की मेरी चाय की आखरी घूंट की तरह हो तुम जिसे न ख़त्म करना अच्छा लगता हे न छोड़ना।
कुछ चाय के शौखिन ऐसे भी होते हे जो दिल टूटने पर शराब नहीं बल्कि चाय पीते हे।
Chai Love Quotes In Hindi (चाय love quotes)
की होती होगा आपकी सुबह की शरुआत सूरज से बल्कि हम तो चाय के शौखिन हे हमारी सुबह की शरुआत सूजन से नहीं चाय से होती हे।
ए वक्त आ बैठ कही चाय पीते हे तू भी तो थक गया होगा मुजको भगाते भगाते।
जिसका हक़ हे उनका ही रहेगा मोहब्बत चाय नहीं जो सबको पीला दे
जिंदगी वही जीते हे जो गर्मी में भी चाय पीते हे।
इस भागते हुए वक्त पर कैसे लगाम लगाए जाये ए वक्त आ बैठ तुझे भी एक कप चाय पिलाई जाये।
चाय की चुस्की के साथ अक्सर कुछ गम भी पीता हूं,
मिठास कम है जिंदगी में मगर जिंदादिली से जीता…
हलके में मत लेना तुम सावले रंग को,
दूध से कहीं ज्यादा देखे है मैंने शौक़ीन चाय के।
Cuai Per Shayari rekhta (चाय पर शायरी रेख़्ता)
जिंदगी से चाय निकल जाए तो बाकी सब सिर दर्द बचत है।
यहाँ ? सवेरा ? चाय ☕ कॉफ़ी से नहीं ❌स्टेट्स से होता है।
मोहब्बत हो या चाय,
एकदम कड़क होनी चाहिए।
मिलो कभी चाय पर फिर क़िस्से बुनेंगे तुम ख़ामोशी से कहना हम चुपके से सुनेंगे।
उसके गालों का, रंग चाय जैसा था फिर क्या… आंख बन्द की और चुस्की ले ली।
दुनिया जलती रहे चाय चलती रहे
लोग कहते है चाय में रखा क्या है में पूछता हूं कि चाय के बगैर जिंदगी की क्या है।
यादों में आप और हाथ में चाय हो,
फिर उस सुबह की क्या बात हो।
एक तेरा ख़्याल ही तो है मेरे पास,
वरना कौन अकेले में बैठे कर चाय पीता है।
Chai par di gai sabhi Shayariya hamare duwar sagrehit ki gai he yehi aapko hamari yeh post pashd aai ho to plz like or retink jarur kare.